everything you should know about holi in hindi

Intro : होली का त्यौहार हिन्दू धर्म में सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसे भाईचारे प्रेम और रंगों के त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए मनाया जाता है। होली एक ऐसा त्यौहार है जिसे भारत समेत विदेशों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व को लेकर यंगस्टर्स खासा उत्साह में रहते हैं। इस दिन एक दूसरे को रंग लगा कर गले मिलने का रिवाज़ है। मगर होली मनाने के पीछे पौराणिक और सामाजिक मान्यताएं है। तो चलिए जानते हैं साल 2022 में होली कब है, होली का महत्व और होलिका दहन की पूजा विधि के बारे में। बीते कुछ साल कोरोना काल के कारण त्योहारों का मज़ा फीका हो गया था, अगर आप भी इस साल किसी कारणवश अपने अपनों से दूर हैं या उनके साथ होली का पर्व नहीं सेलिब्रेट कर पा रहे तो उनके साथ होली की हार्दिक शुभकामनाएं (Holi Wishes in Hindi) और होली शायरी (Holi Shayari in Hindi) शेयर करें। आपके द्वारा सेंड किये हुए ये कोट्स और मैसेज आपके अपनों के साथ हमेशा के लिए लाइफटाइम मेमोरी बन कर रहेगी। 

होली क्यों मनाते है?

Intro : फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला पर्व होली खुशियों और भाईचारे का पर्व है। इसे पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन होलिका दहन जिसे छोटी होली भी कहा जाता है और दूसरे दिन को धुलेंडी, धुरड्डी, धुरखेल, धूलिवंदन और बड़ी होली के नाम से जाना जाता है। कहते हैं इस दिन किसी को भी रंग, अबीर-गुलाल लगा कर गिले शिकवे मिटा दिए जाते है। पौराणिक कथाओं और किवदंतियों के अनुसार भक्त प्रहलाद की कहानी के कारण होली मनाई जाती है। प्राचीन काल में राजा हिरण्यकश्यप ने भगवान ब्रह्मा की तपस्या करके वर माँगा था जिसके अनुसार जीव-जंतु, देवी-देवता, राक्षस या कोई भी शक्ति हिरण्यकश्यप का वध नहीं कर सकता। इतना ही नहीं अपने ब्रह्मा जी के वर के अनुसार राजा हिरण्यकश्यप को पृथ्वी, आकाश या किसी और लोक में में नहीं मारा जा सकता था। इस वर के कारण हिरण्यकश्यप अहंकार में रहने लगा और खुद को देवता समझने लगा। मगर हिरण्यकश्यप के घर जन्मा उनका बेटा प्रहलाद भगवान विष्णु का भक्त था। प्रहलाद की भक्ति देखर हिरण्यकश्यप परेशान रहने लगा और बार बार प्रहलाद को भक्ति करने से रोकने लगा। बार बार मना करने पर भी जब भक्त प्रहलाद नहीं रुका तो हिरण्यकश्यप ने उसे जान से मारने की कोशिश की और अपने बहन होलिका को अपनी गोद में लेकर बैठने को कहा जिससे वह उसे अग्नि में जला सकें। होलिका को वरदान प्राप्त था की वह अग्नि में जल नहीं सकती। मगर प्रहलाद की भक्ति का ऐसा असर हुआ की जैसे ही होलिका भक्त प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठी होलिका का दहन हो गया और प्रहलाद बच गया। तभी भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर गोधूली समय में चौखट पर हिरण्यकश्यप का वध कर दिया और तबसे होली का पर्व मनाया जाने लगा। 

2022 में होली कब है 

Intro : इस साल 2022 में रंगो का पर्व होली 18 मार्च को मनाई जाएगी। हर वर्ष होली चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को पड़ती है। वही एक दिन पहले होलिका दहन 17 मार्च 2022 को मनाई जाएगी। 

होली मानाने का महत्व

Intro: होली हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है होली केवल रंगो का त्यौहार नहीं है बल्कि ऐसा कहा जाता है की इस दिन एक दूसरे को रंग गुलाल लगाने का अर्थ है दूसरों के जीवन में रंग भरना। अगर इस दिन कोई आपसे खफा है नाराज है तो उन्हें भी होली के रंगो के साथ मनाया जा सकता है। होली का पर्व प्रेम और सम्मान का प्रतीक है। होली एक दूसरे में भाईचारे को बढ़ावा देने का भी पर्व है। 

होली की कहानी 

Intro: होली के पर्व से केवल भक्त प्रहलाद की कहानी नहीं जुड़ी बल्कि कुछ अन्य कहानियां भी प्रचलित है जिसमें शिव भगवान और राधा कृष्णा की होली को सबसे ज्यादा माना जाता है। होली की एक अन्य कथा के अनुसार राक्षसी पूतना भेष बदल कर भगवान श्री कृष्णा के पास आयी और बाल कृष्ण को जहरीला दूध पिला कर उनकी हत्या करने की कोशिश करने लगी मगर अत्यंत प्रयासों के बाद भी वह असफल हुई। जिसके कारण राक्षी पूतना का शरीर खुद गायब हो गया तब गांव वालों ने पूतना का पुतला बनाकर जलाया और अगले दिन से होली का पर्व मनाया। तबसे हर साल होली का त्यौहार मनाया जाने लगा। 

होलिका दहन पूजा विधि

Intro: होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। होलिका होली की पूर्व सन्ध्या को जलाई जाती है। बुराई पर अच्छाई की जीत होली का पर्व बच्चों से लेकर बड़े तक सभी लोग बड़े चाव से मानते है। अगर आप भी इस बार होलिका दहन की पूजा करने जा जा रहे हैं तो यहाँ दी गयी होलिका पूजन विधि जरूर पढ़ लें। 

  • होलिका दहन की पूजा विधि बहुत आसान है। 
  • होलिका दहन का तैयारी होली से तीन चार दिन पहले शुरू होती है। 
  • इस दिन मुख्यत: लकड़ियां और उपलें जलाये जाते हैं और अग्नि के चारों तरफ फेरा लगाया जाता है। 
  • इस जलती हुई होलिका में पूजा सामग्री और उपलें चढ़ाएं जाते हैं। 
  • कुछ लोग इसी होलिका में रंग, अबीर भी चढ़ाते है। 
  • कहते हैं जो भी व्यक्ति पूरे विधि विधान से होलिका दहन की पूजा करता है उसके आस पास से बुराइयों का नाश होता है। 

प्रेम, सम्मान और भाईचारे का त्यौहार होली (2022) हर साल बड़े धूमधाम से और हर्षोल्लाष से मनाया जाता है। यह दिन एक दूसरे में प्यार बाटने का दिन होता है। इसलिए इस दिन घरों में खास तौर पर गुजिया, मिठाइयां और शरबत बनाई जाती है। आप भी अपनों के साथ प्यार का त्योहार होली मनाएं और उन्हें होली की हार्दिक शुभकामनाएं (Holi Wishes in Hindi) और होली कोट्स (Holi Quotes in Hindi) सेंड करें। यह बधाई संदेश आपसी भाईचारा और प्यार बढ़ाएंगे। 

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